अमृत तो देवताओं को दिया और आप हलाहल पान किया,ब्रम्हज्ञान दे दिया उसे जिसने तुम्हारा ध्यान किया
गतांक से आगे--------पश्चिम वाहिनी गंगा में स्नान करके पितराें के उद्धार के लिए श्राद्ध करे।
इसके बाद सत्कार (साकरस) स्थान पर पहुंचे,स्नान करे ओर श्री गणेश…