दोस्त निकला किसान का हत्यारा,पत्नी के साथ मिल की हत्या

राणा प्रताप हत्याकाण्ड का खुलासा, दंपत्ति गिरफ्तार,पत्नी से छेड़छाड़ करने पर की हत्या

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रूद्रपुर। गत दिवस गंगापुर रोड में श्मशान घाट के समीप झाड़ियों में पाये गये ग्राम गंगापुर निवासी राणा प्रताप सिंह के शव के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने दम्पत्ति को गिरफ्तार किया है साथ ही हत्या में प्रयुक्त डंडा, खून से सने कपड़े आदि सामान भी बरामद कर लिया। आज हत्याकांड का खुलासा करते एसएसपी वरिंदरजीत सिंह ने बताया कि गंगापुर निवासी शिवाजी धीर पुत्र सुरेंद्र नाथ सिंह ने इस मामले में ट्रांजिट कैंप थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला भी दर्जकराया था। उन्होंने बताया कि हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस व एसओजी टीम गठित की गयी साथ ही उन्हें निर्देशित भी किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतक के मोबाइल की काल डिटेल खंगाली जिसके आधार पर कृष्णा ग्रीनकालोनी फुलसुंगी निवासी मुकेश कुमार सिंह पुत्र रामचरन सिंह जो मूलरूप से ग्राम फलवरिया थाना माझी छपरा बिहार का रहने वाला है को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। जब उससे कड़ी पूछताछ की तो उसने बताया कि वह सिडकुल स्थित औरंगाबाद इलेक्ट्रिकल फैक्ट्री में काम करता है तथा मृतक राणा प्रताप से उसकी दोस्ती थी और उसका घर आना जाना है। उसका कहना है कि राणा प्रताप उसकी पत्नी रूकमणी पर गलत नजर रखता था। 3 अप्रैल को उसने राणा को अपने घर दावत पर बुलाया। जब वह उसके घर पहुंचा तो उसने मुझे पेप्सी लाने के लिए कहा जिस पर वह पेप्सी लेने चला गया। जब वह वापस लौटा तो उसने राणा प्रताप को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा जिससे उसे क्रोध आ गया और उसने राणा प्रताप के सिर पर फावड़े के डंडे से वार कर दिया जिससे वह घायल होकर जमीन पर गिर गया जिसके पश्चात वह घायलावस्था में उसे छत पर ले गया और उसके सिर पर कई वार किये जिससे उसकी मौत हो गयी। अनिल का कहना था कि उसने राणा प्रताप के हाथ पैेर नाड़े से बांधकर खाद के खाली कट्टे में डाल दिये और उसी की स्कूटी पर आगे रखकर श्मशान घाट के पहले फुलसुंगा रोड पर झाड़ियों में फेंक दिया तथा उसके मोबाइल फोन को जेपीएस स्कूल के समीप कल्याणी नदी में फेंक दिया। वहां से लौटने के बाद पत्नी के साथ मिलकर सभी साक्ष्य छिपाये। पूछताछ के दौरान अनिल की पत्नी ने बताया कि राणा प्रताप व उसके बच्चों का घर आना जाना था। वह मुझ पर गलत नजर रखता था। जब 3 अप्रैल को उसके पति पेप्सी लेने गये तो उसे अकेला देखकर पकड़ लिया। पति के आने पर जब उन्होंने गलत हरकत करते देखा तो उसके सिर पर डंडा मार दिया। उसने बताया कि प्रातः पति अनिल सिडकुल ड्यूटी चले गये ताकि किसी को भनक न लगे। घटना का खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी व एएसपी ने इनाम देने की घोषणा भी की। खुलासा करने वाली टीम में थानाध्यक्ष विद्या दत्त जोशी, एसआई जितेन्द्र सिंह, धमेन्द्र आर्या, हरविंदर कुमार, कांस्टेबल उमेश पंत, नीरज शुक्ला, कुलदीप, नवीन गिरि, एसओजी प्रभारी निरीक्षक तुषार बोरा, हेडकांस्टेबल विकास भगत, कांस्टेबल महेन्द्र डंगवाल, संतोष व यामीन शामिल थे। खुलासा करने के दौरान एसएसपी के साथ एएसपी देवेन्द्र पिंचा, सीओ हिमांशु शाह भी मौजूद थे।

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