पुलिस की दबिश के दौरान युवक की मौत

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काशीपुर। खनन कारोबारियों द्वारा की गई दरोगा की पिटाई के मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपियों के घर दबिश देने गई पुलिस टीम की घुड़की से एक युवक की दहशत से मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने जब इसे स्वाभाविक मौत बताया तब कहीं जाकर पुलिस प्रशासन की जान में जान आई। ज्ञातव्य है कि बीती 26 मार्च को कुंडेश्वरी चैकी इंचार्ज अर्जुन गिरी गोस्वामी की कार्यप्रणाली से गुस्साए सैकड़ों खनन कारोबारी स्टोन क्रशर स्वामियों के साथ शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की अगुवाई में कुंडेश्वरी पुलिस चैकी जा धमके। यहां पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए आक्रोशित भीड़ ने चैकी इंचार्ज की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान चैकी इंचार्ज ने खुद को शौचालय में बंद कर किसी तरह जान बचाई । खनन कारोबारियों ने चैकी इंचार्ज पर आरोप लगाया कि वह अनलोड डम्परों को ओवरलोड में सीज करने का काम कर रहे हैं। इसके अलावा चैकी इंचार्ज द्वारा खनन कारोबारियों से अभद्रता भी की जा रही है। मारपीट के इस मामले में पुलिस ने 19 लोगों के िखलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करते हुए 100 से भी अधिक अज्ञात लोगों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने गाली गलौज तथा दरोगा से मारपीट करने के आरोप में मुकदमा पंजीकृत करते हुए अब तक आरोपियों में से पांच को जेल रवाना कर दिया। पुलिस की 8 टीमें आरोपियों के घर दबिश दे रही हैं। इसी क्रम में कोसी के छोर पर ढकिया नंबर 1के समीप गांव लक्ष्मीपुर में पुलिस टीम ने आरोपियों की धरपकड़ को दबिश दी। इसी बीच लंबी बीमारी के चलते आज प्रातः गांव निवासी लवजीत सिंह 25 वर्ष पुत्र विक्कर सिंह की मौत हो गई जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि मृतक के परिजनों ने इसे स्वाभाविक मौत बताया। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें दबिश देने लक्ष्मीपुर गांव गई थी। वहां से मारपीट के तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा जिसमें एक मृतक का भाई है। आज सुबह जब लवप्रीत सिंह नामक युवक की मौत हो गई तो उसके परिजनों के कहने पर मृतक के भाई को दाह संस्कार में शामिल होने के लिए छोड़ा गया है। इस तरह की कहीं कोई घटना नहीं हुई है और ना ही पुलिस किसी भी व्यत्तिफ के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार कर सकती है।
-डॉक्टर जगदीश चंद्र, अपर पुलिस अधीक्षक काशीपुर

मृतक नशे का आदी था। उसकी स्वाभाविक मौत हुई है। इस मामले में पुलिस का दूर- दूर तक कहीं कोई रोल नहीं है। पुलिस को बदनाम करने के लिए कतिपय लोग झूठी अफवाहों का सहारा ले रहे हैं।
-चंचल शर्मा, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली काशीपुर

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