सिल्क्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में 17वें दिन मिली सफलताः श्रमिकों ने जीती जिंदगी की जंग,बौखनाग देवता का भव्य मंदिर भी बनाऐगी राज्य सरकार

0

सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को एक एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता
उत्तरकाशी/देहरादून(उद संवाददाता)। आखिरकार मंगलवार सायं वह शुभ घड़ी आ गई जिसका सभी देशवासियों को बेसब्री से इंतजार था। दीपावली के दिन हुए हादसे के बाद पिछले 17 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद 41 मजदूरों को सफलतापूर्वक बाहर निकालने वाला ऑपरेशन सिलक्यारा किसी सुरंग या खदान में फंसे मजदूरों को निकालने वाला देश का सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन बना गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले सुरंग से निले श्रमिकों जोरदार स्वागत अभिनंदन किया और बाबा बौखनाग देवता को नमन किया ह। उन्होंने रेस्क्यू आपॅपरेशन की सफलता पर शुभकामनायें देते हुए कहा कि आज हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि सिलक्यारा उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। सभी श्रमिक भाइयों का अस्थाई मेडिकल कैम्प में प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री रेद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संचालित इस चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी ताकत से जुटी केंद्रीय एजेंसियों, सेना, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स एवं प्रदेश प्रशासन की टीमों का हृदयतल से आभार। प्रधानमंत्री जी से हम सभी को एक अभिभावक के रूप में मिले मार्गदर्शन एवं कठिन से कठिन स्थिति में उनके द्वारा प्रदान की गई हर संभव सहायता, इस अभियान की सफलता का मुख्य आधार रही। 17 दिनों बाद श्रमिक भाइयों का अपने परिजनों से मिलना अत्यंत ही भावुक कर देने वाला क्षण है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को सरकार एक एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा उनके इलाज और घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी।सिलक्यारा में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में इलाज पर होने वाला खर्चा सरकार उठाएगी। इसके अलावा परिजनों और श्रमिकों के खाने, रहने की भी व्यवस्था सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की असीम कृपा से ऑपरेशन सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि बौखनाग देवता का सिलक्यारा में भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल आये हैं। ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग के मंदिर बनाने की मांग उठाई है। इस मांग को सरकार पूरा करेगी। जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाले जाने पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर अपनी शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने इस दौरान श्रमिकों के बारे में मुख्यमंत्री से जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री से जाना कि सुरंग से निकालने के बाद श्रमिकों के स्वास्थ्य देखभाल, घर छोड़ने व परिजनों आदि के लिए क्या व्यवस्थाएं की गई हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी को अवगत कराया कि सभी श्रमिकों को सुरंग से निकालने के बाद सीधे चिन्यालीसौड़ स्थित अस्पताल ले जाया गया है जहां उनकी जरूरी स्वास्थ्य जांच आदि की जाएंगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने अवगत कराया कि श्रमिकों के परिजनों को भी फिलहाल चिन्यालीसौड़ ले जाया गया है जहां से उनकी सुविधा के अनुसार राज्य सरकार उनको घर छोड़ने की पूरी व्यवस्था करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन के चलते ही यह रेस्क्यू अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हो सका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तमाम एजेंसियों व राज्य सरकार के समन्वय से हम 41 श्रमिकों को सकुशल निकालने में सफल रहे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.