‘फायर ब्रांड’ नेता बनने की राह में ‘धामी’

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धामी ने एक तीर से भेदे दो लक्ष्य, इन्वेस्टर मीट से बढ़ाया कद,अग्रिम पंक्ति के नेताओं में बनाई जगह
रूद्रपुर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की छवि एक राजनेता के तौर पर भले ही सौम्य, सरल एवं समन्वयकारी राजनीतिज्ञ की हो, मगर एक मुख्यमंत्री के रूप में अपनी दूसरी पारी में उन्होंने अब तक जो काम किए हैं उनकी बदौलत वे भाजपा के फायर ब्रांड नेता बनने से अब बस कुछ ही कदम  दूर है । एक ऐसे फायर ब्रांड नेता, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की तर्ज पर ना तो खालिस बुलडोजर इंसाफ में ही विश्वास रखते हैं और ना ही असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा की भांति यह खुला ऐलान ही करते हैं कि उन्हें एक समुदाय विशेष का वोट नहीं चाहिए । अपितु इसके विपरीत एक समन्वयकारी नीति के तहत सधे हुए कदमों से एक के बाद एक नए मील के पत्थर पार करते जा रहे हैं । अपनी दूसरी पारी में राज्य के मुखिया बड़ी ही सूझबूझ और चतुराई से न केवल शासकीय भूमि पर फैली अतिक्रमण की ‘हरी चादर’ को तार तार करने में सफल रहे हैं ,बल्कि अवैध मदरसो की मनमानी गतिविधियों पर लगाम लगाकर, बकायदा उनके नियमन की नकेल डालने का मार्ग भी प्रशस्त कर चुके हैं । बिना किसी हंगामे और बखेड़े के संवेदनशील धार्मिक मसलों को भाजपा के एजेंडे के अनुसार सफलतापूर्वक हल करके, पुष्कर सिंह धामी आरएसएस की प्रशंसा पाने के साथ ही भाजपा के अग्रिम पंक्ति के कद्दावर राष्ट्रीय नेताओं में भी शुमार होने लगे हैं । कदाचित यही कारण है कि देश में हो रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा स्टार प्रचारक के रूप में धामी की सेवाएं ले रही है और वह मध्य प्रदेश तथा राजस्थान जैसे हिंदी पट्टðी के राज्यों में बड़ी-बड़ी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त बीते कुछ माह के भीतर सुवि के मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टर मीट के एकमात्र तीर से ही दो लक्ष्य भी भेदे हैं। उल्लेखनीय है कि पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टर मीट के माध्यम से केवल उत्तराखंड राज्य के लिए भारी भरकम औद्योगिक निवेश ही नहीं हासिल किया है अपितु औद्योगिक निवेश हासिल करने के लिए आयोजित बेहद सफल रोड शो द्वारा अपना कद बड़ा करने में भी अच्छी खासी सफलता पाई है। लंदन ,बर्मिंघम ,अबू धाबी एवं दुबई आदि देशों में आयोजित रोड शो के दौरान धामी को जो समर्थन मिला और जैसा उनका स्वागत हुआ, उससे धामी का कद भाजपा के अन्य अग्रिम पंक्ति के नेताओं की तुलना में और भी विराट हो चुका है । याद दिलाना होगा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अब तक देश से बाहर लंदन,बर्मिघम, अबुधाबी, दुबई में 4 सफल इंटरनेशनल रोड शो हो चुके हैं ,जबकि देशभर में वे दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई जैसे बड़े शहरों में में रोड शो कर चुके हैं । बीते 14 सितंबर और 4 अक्टूबर को धामी सरकार दिल्ली में 26575 करोड़ रूपये, 26 और 27 सितंबर को ब्रिटेन में 12500 करोड़ रूपये, 17 और 18 अक्टूबर को यूएई में 15475 करोड़ रूपये के निवेश का करार कर चुकी है । इसके अलावा 26 अक्टूबर को चेन्नई में 10150 करोड़, 28 अक्टूबर को बेंगलुरु में 4600 करोड़ और 1 नवंबर को अहमदाबाद में 24000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव का करार हुआ है । उसके बाद मुंबई रोड शो में 30200 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए हैं । बात अगर उत्तराखंड के भीतर धामी द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों की करें, तो धर्मांतरण एवं लव जिहाद पर सख्त कानून बनाने के बाद, अब धामी राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करके एक और मील का पत्थर स्थापित करने की दिशा में अग्रसर हैं। कहने की जरूरत नहीं कि सूबे के मुख्यमंत्री अगर आगामी कुछ ही दिनों के भीतर अगर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने में कामयाब रहे ,तो उत्तराखंड यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।

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