रोहित शेखर तिवारी की पत्नी पर ‘हत्या का शक’

रोहित की मृत्यु के कारणों की निष्पक्ष जांच होः अनिल बलूनी

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नई दिल्ली/ देहरादून 21 अप्रैल। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे चुके दिवगंत कांग्रेस नेता एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को हत्या का शक परिवार को दो सदस्यों पर है। शनिवार को एक बार फिर क्राइम ब्रांच के आला अधिकारी डिफेंस कॉलोनी स्थित रोहित शेखर के घर पर पहुंचे थे। जहां पर खबर लिखे जाने तक परिवार के लोगों से क्राइम ब्रांच द्वारा देर रात तक पूछताछ जारी थी। शुरुआती जांच के बाद सीसीटीवी फुटेज से एक बात साफ हो गई है कि सोमवार रात घर में कोई बाहर से नहीं आया था। ऐसे में पुलिस के सामने प्रश्न है कि रोहित शेखर की हत्या किसने की है और हत्या के पीछे उसका क्या उद्देश्य था। घर में किसी बाहरी के न आने के कारण क्राइम ब्रांच के अधिकारी परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रहे हैं। सूत्रें की मानें तो पुलिस इस केस की जांच पूरी तरह से हत्या के दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर कर रही है। शनिवार को भी क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने घर में काम करने वाले नौकरों के अलावा रोहित शेखर की पत्नी अपूर्वा शुक्ला, मां उज्जवला शर्मा व घर में उस वक्त मौजूद अन्य परिजनों से पूछताछ की है। हालांकि अभी क्राइम ब्रांच के आला अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। अभी तक हुई जांच में एक बात सामने आई है कि इस केस में सबसे महत्वपूर्ण गवाह रोहित शेखर का भरोसेमंद नौकर भोलू मंडल उर्फ भोगेंद्र मंडल है। भोलू ने ही सबसे पहले रोहित को बेड पर पड़े हुए देखा था और उस वक्त उनकी नाक से काफी खून निकल चुका था। पुलिस को घर के परिचितों पर भी हत्या करने का शक है, लेकिन अभी तक हत्या के पीछे कारणों का पता नहीं चल पाया है। क्राइम ब्रांच पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रोहित शेखर व पत्नी अपूर्वा शुक्ला के बीच संबध कैसे थे और मां बेटे के बीच संबध किस प्रकार से चल रहे थे। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ कर रही है। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुबह साढ़े सात बजे क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन एवं डीसीपी जाय टर्की डिफेंस कालोनी स्थित रोहित शेखर के घर पर पहुंचे। साथ ही पुलिस की चार टीमें भी घर पहुंच गई। टीम ने रोहित की मां उज्जवला शर्मा, पत्नी अपूर्वा, भाई सिद्धार्थ के अलावा चार नौकरों से पूछताछ शुरू की। जांच से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि 15 अप्रैल की रात घर में मौजूद सभी लोगों की गतिविधियों के बारे में उनसे पूछा गया। मसलन, रात को कब खाना खाया और कब सोने गए, आखिरी बार वह लोग कब रोहित शेखर से मिले आदि। हालांकि इस दौरान सभी के बयान में कुछ न कुछ विरोधाभास भी सामने आया। पुलिस ने इसी विरोधाभास के आधार पर आगे भी पूछताछ की। फिलहाल पुलिस का शक परिवार के दो सदस्यों पर है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने तीन घंटे तक रोहित की पत्नी अपूर्वा से पूछताछ की। इस दौरान कुछ प्रश्नों के उत्तर अपूर्वा ने नहीं दिए। खासतौर पर रोहित से संबंधों पर उसने स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। पुलिस ने अपूर्वा से रोहित के व्यवहार, उसकी रंजिश, परिवार के अन्य सदस्यों से संबंध एवं संपत्तियों के विषय में जानकारी हासिल की। शाम को पुलिस की टीम रोहित की मां उज्जवला को अपने साथ तिलक मार्ग थाने लेकर गई और पूछताछ के बाद वह एक घंटे में वापस लौटकर आ गई। सूत्रें के मुताबिक रात आठ बजे तक पुलिस की पूछताछ चलती रही। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्याकांड के विषय में कुछ सुराग मिले हैं। रविवार को भी पूछताछ जारी रहेगी। इसमें रोहित के दोस्तों एवं पड़ोसियों को भी जांच में शामिल किया जाएगा। पुलिस की पूछताछ व मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए रोहित की मां उज्जवला ने बताया है कि उनके बेटे व अपूर्वा के अच्छे संबंध नहीं थे। शादी से पहले काफी समय तक उनका बेटा रोहित अपूर्वा के साथ सहमति संबंधों में रहा था। बाद में दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। मां का कहना है कि शादी के पहले ही दिन से दोनों के बीच तकरार शुरू हो गई थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि दोनों के बीच रिश्तों में इस कदर कड़वाहट थी कि रोहित व उसकी पत्नी दोनों अलग-अलग कमरों में सोते थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इशारा किया गया है कि रोहित की मौत सोमवार देर रात 1-30 बजे से 3-00 बजे के बीच हो गई थी। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि सोमवार रात 2-30 बजे तक अपूर्वा जागती रही थी। पुलिस ने उसके मोबाइल की सीडीआर की जांच की तो पता चला कि अपूर्वा ने देर रात अपने एक दोस्त व भाभी को कई बार कॉल कर उनसे संपर्क करने का प्रयास किया था, लेकिन दोनों का फोन पिक नहीं हुआ। सूत्रें की मानें तो अपूर्वा के बयानों में विरोधाभास पाया जा रहा है। पुलिस अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि या तो अपूर्वा ने वारदात को अंजाम दिया है या उसके इशारे पर घर के ही किसी शख्स ने वारदात को अंजाम दिया है। अपूर्वा के पिता पदमाकर शुक्ला का कहना है कि उनकी बेटी रोहित की हत्या क्यों करेगी। उन्होंने अटकलों को खारिज किया है। पुलिस इसका पता लगाने का प्रयास कर रही है।
रोहित की मृत्यु के कारणों की निष्पक्ष जांच होः अनिल बलूनी
देहरादून। राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की मृत्यु के कारणों की निष्पक्ष और शीघ्र जाच की मांग की है। उन्होंने शनिवार को इस सिलसिले में दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मुलाकात की और कहा कि यह महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील विषय है। उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य बलूनी ने कहा कि स्वर्गीय तिवारी देश व उत्तराखंड की विराट विभूति रहे हैं। स्वतंत्रता संग्राम और भारत की राजनीति में उनका सम्मानजनक स्थान है। हाल में दिवंगत हुए नारायण दत्त तिवारी के परिवार के लिए रोहित का निधन वज्रपात से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में रोहित के निधन को प्रथम दृष्टया हार्टअटैक समझा गया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आशंका जाहिर की गई कि रोहित की मृत्यु का कारण सामान्य नहीं है। पुलिस इस संबंध में अन्य सभी पहलुओं पर जाच कर रही है। बलूनी के मुताबिक उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से अनुरोध किया कि निष्पक्ष तरीके से सच्चाई शीघ्र सामने आनी चाहिए। तिवारी के उत्तराखंड सहित देश-विदेश में अनगिनत शुभचिंतक इस घटना से स्तब्ध हैं। जितनी जल्दी हो सके जांच पड़ताल पूरी होनी चाहिए, ताकि रोहित शेखर तिवारी के असमय निधन के कारणों का पता चल सके।
नैनीताल जिले के करीबियों से भी पूछताछ कर सकती है पुलिस
हल्द्वानी। दिवंगत मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के पुत्र रोहित शेखर की मौत का रहस्य गहराता जा रहा है। इस मामले का शीघ्र खुलासा न होने पर पुलिस उनके नैनीताल जिले के करीबियों से भी पूछताछ कर सकती है। इसी कारण रोहित से बात करने वाले लोग सकते में आ गए हैं। रोहित मतदान के लिए दस अप्रैल को हल्द्वानी पहुंचे थे। वह काठगोदाम में ठहरे थे। मतदान करने के बाद रोहित अगले दिन दिल्ली चले गए। मौत के बाद दिल्ली पुलिस ने रोहित से बातचीत करने वालों की काल डिटेल रिपोर्ट निकाली है। पुलिस को शक है कि रोहित की हत्या की गई है। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने उनसे संपर्क नहीं किया है। इसके बावजूद बातचीत करने वाले सकते में आ गए हैं। उनकेा भय है कि दिल्ली पुलिस उनसे भी सवाल जवाब कर सकती है।

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