केदारनाथ में एक घंटे में 1400 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन: गर्भगृह में दर्शन के दौरान मोबाइल, कैमरा को पूर्ण प्रतिबंधित किया जाएगा !

0

बदरीनाथ धाम में दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था लागू,चारधाम यात्रा पंजीकरण 22 लाख पार
चमोली/रूद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा में आने वाले सभी तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु इस बार श्री बदरीनाथ धाम में दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था लागू की गई है। बुधवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बैठक ली और टोकन के लिए समुचित व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।इसके लिए तीर्थयात्रियों को पर्यटन विभाग की ओर से बनाए गए रजिस्ट्रेशन काउंटर में अपना रजिस्ट्रेशन पत्र दिखाना होगा। इसके बाद उनका रजिस्ट्रेशन नंबर क्यूआर कोड से स्कैन करने के बाद तीर्थयात्रियों को एक टोकन दिया जाएगा। जिसमें बद्रीनाथ दर्शन का समय अंकित होगा। तीर्थयात्री उसी निर्धारित समय पर मंदिर में प्रवेश कर दर्शन कर सकते है। जिससे उन्हें दर्शन के लिए पहले की भांति लाइन में नहीं लगाना पडेगा। रजिस्ट्रेशन नंबर को क्यू आर कोड से स्कैन करने पर यात्रियों को एक टोकन दिया जाएगा जिसमें दर्शन का समय अंकित होगा। इससे यात्रियों को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा और वह आसानी से बदरीविशाल के दर्शन कर सकेंगे। बैठक में अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, एसडीएम चंद्रशेखर वशिष्ट, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेंद्र पांडेय व मंदिर समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से बदरीनाथ धाम में पिछले साल भी टोकन व्यवस्था लागू की गई थी लेकिन भीड़ बढ़ने पर सभी को टोकन नहीं मिल पाया और यह व्यवस्था फ्रलॉप साबित रही। कई यात्रियों को टोकन की जानकारी भी नहीं थी। हालांकि प्रशासन का दावा है कि इस बार व्यवस्था को बेहतर ढंग से लागू किया जा रहा है। वहीं केदारनाथ में एक घंटे में 1,400 श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाएंगे। कपाटोद्घाटन के दिन से मंदिर को 13 से 15 घंटे तक मंदिर खुला रखा जाएगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग दर्शन कर सके। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने यात्राकाल के दर्शन की व्यवस्था का खाका तैयार किया है। सामान्यतः मंदिर सुबह पांच से दोपहर दो बजे तक और उसके बाद शाम चार से छह बजे तक ही खुला रहता है। छह बजे बाबा की आरती के बाद श्रद्धालु बाहर से ही शृंगार दर्शन करते हैं और मंदिर में नहीं जा सकते। केदारनाथ के कपाट 10 मई को सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। यात्रा के लिए छह मई तक 7,24,154 यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। इसे देखते हुए श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की योजना बनाई है। पंजीकरण को देखते हुए लग रहा कि कपाटोद्घाटन से ही केदारनाथ में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच सकते हैं।
चारधाम यात्रा शुरू होने में कुछ घंटे बचे हैं। इस बीच बदरी-केदार मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे भत्तिफभाव से दर्शन करने आएं, सोशल मीडिया की रील बनाने से बचें। मंदिर समिति भविष्य में मोबाइल को प्रतिबंधित करने पर भी विचार कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार यात्रा को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। वहीं मंदिर समिति की टीमें भी पहले से ही तैनात हो गई हैं। उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वह दोनों धाम में व्यवस्थाएं बनाने में सहयोग करें। सोशल मीडिया के लिए रील बनाने से बचें। भत्तिफभाव से दर्शन करने आएं। उन्होंने ये भी बताया कि दोनों धाम में मास्टर प्लान के अंतर्गत लॉकर बनाए जा रहे हैं। लॉकर में तीर्थयात्री अपने सामान रख सकेंगे। तब मंदिर परिसर में दर्शन के दौरान मोबाइल, कैमरा को पूर्ण प्रतिबंधित किया जाएगा। मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि मंदिर में कई विशेष पूजा होती हैं लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण कई लोग इससे वंचित रह जाते हैं। लिहाजा ऑनलाइन पूजा बुकिंग की सुविधा दी गई है। महाभिषेक पूजा के लिए 4800 रुपये, अभिषेक पूजा के लिए 4500, स्पेशल पूजा के लिए 12,000, श्रीमद्भागवत पाठ के लिए 51,000, वेद पाठ के लिए 2500, गीता पाठ के लिए 2500, कपूर आरती के लिए 201, चांदी आरती के लिए 401, स्वर्ण आरती के लिए 501 और विष्णु सहस्रनामावली के लिए 701 रुपये शुल्क देय है। इस वर्ष अभी तक 8000 से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पूजा बुकिंग कराई है। पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में बदरीनाथ धाम में 19,700 और केदारनाथ धाम में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजा के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई थी। चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा बुधवार को 22 लाख पार हो गया। यमुनोत्री के लिए तीन लाख 44 हजार 150, गंगोत्री के लिए तीन लाख 91 हजार 812, केदारनाथ के लिए सात लाख 60 हजार 254, बदरीनाथ के लिए छह लाख 58 हजार 486 और हेमकुंड साहिब के लिए 45 हजार 959 पंजीकरण हो चुके हैं। बुधवार को दिनभर में 59 हजार 804 पंजीकरण दर्ज किए गए हैं।
केदारनाथ में पुलिस फोर्स तैनात,एडीजी ने किया किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
केदारनाथ। अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, अजय प्रकाश अंशुमन ने बुुधवार को केदारनाथ धाम पहुंचकर यात्र की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। श्री केदारनाथ धाम पहुंचकर पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी हर्षवर्द्धनी सुमन की उपस्थिति में चौकी प्रभारी सहित अधीनस्थ पुलिस बल, एलआईयू, फायर सर्विस, के साथ संवाद स्थापित कर पुलिस व्यवस्थाओं एवं यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्थाओं के दृष्टिगत निरीक्षण, भ्रमण कर अधीनस्थों को अनुशासन में रहकर टीम भावना से कार्य किये जाने के निर्देश दिये गये। अतिथि देवो भवः की तर्ज पर धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वाेपरि रखकर उनके साथ मधुर एवं सौम्य व्यवहार रखे जाने, आपात स्थिति में त्वरित रिस्पान्स करने, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ श्री केदारनाथ धाम के चुनौतीपूर्ण मौसम में स्वयं का भी ध्यान रखे जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही निर्देशित किया गया कि धाम की मर्यादा भंग कर अमर्यादित रील्स, वीडियो आदि बनाने वालो अराजक तत्वों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाये। वहीं पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी श्रीमती हर्षवर्द्धनी सुमन ने सोनप्रयाग होते हेतु गौरीकुण्ड से श्री केदारनाथ धाम के लिए पैदल भ्रमण कर यात्रा व्यवस्थाओं व यात्रा काल में नियुत्तफ होने वाले पुलिस बल को की जाने वाली आवश्यक व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। सोनप्रयाग में यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित ढंग से आगे जाने हेतु बैरिकेडिंग लगाये जाने के निर्देश दिये गये। गौरीकुण्ड में पुलिस चौकी गौरीकुण्ड में यात्रा काल अवधि में आवंटित पुलिस बल को प्वाइन्टवार नियुत्तफ करने के निर्देश दिये गये। जंगलचट्टðी, भीमबली व लैंचोली में पुलिस बल के रहने हेतु आवंटित होने वाली हट्स में आवश्यक व्यवस्थायें किये जाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। इस दौरान गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग के भ्रमण अवसर पर पाया कि सम्बन्धित विभागों द्वारा मार्ग को दुरुस्त कराया जा रहा है, इस मार्ग पर ऐसे स्थानों का चिन्हित किया गया जहां पर ऊपर से पत्थर गिरने का भय है, ऐसे स्थानों पर सम्बन्धित विभागों के स्तर से चेतावनी बोर्ड भी लगाये जा रहे हैं, पुलिस के स्तर से श्रद्धालुओं को नियंत्रित ढंग से भेजा जायेगा। मार्ग पर ऐसे स्थान जो कि शार्टकट के रूप में यात्रियों द्वारा प्रयोग किये जा सकते हैं, ऐसे स्थान तीखी ढलान वाले हैं, इनको पूर्णतया प्रतिबन्धित किये जाने हेतु सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित किया गया है। केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को पंत्तिफबद्ध एवं सुगम व सरल तरीके से दर्शन कराये जाने हेतु मन्दिर परिसर में स्थापित हो रही बैरिकेडिंग्स पर भीड़ नियंत्रण हेतु पर्याप्त पुलिस बल नियुत्तफ किये जाने के निर्देश दिये गये।

Leave A Reply

Your email address will not be published.