भाजपा के सामने मोदी लहर को भुनाना कड़ी चुनौती

कांग्रेस 72 हजार देने की घोषणा का जोरदार कर रही प्रचार और भाजपा मोदी मैजिक को लेकर चुनाव मैदान में है डटी

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रूद्रपुर। उत्तराखण्ड में चुनावी महासंग्राम के अब महज तीन दिन शेष है। चुनावी शोर के बीच अंतिम समय तक मतदाता खामोश है। जिसके चलते चुनावी लहर की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही। मोदी रथ पर सवार भाजपा के सामने इस चुनाव में मोदी मैजिक को भुनाना चुनौती साबित हो रहा है। मोदी लहर को भाजपा इस चुनाव में भुनाने में नाकाम रही तो इस बार लोकसभा चुनाव में पुराना इतिहास दोहराना भाजपा के लिए मुश्किल हो सकता है।बता दें वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर के सहारे प्रदेश की पांचों सीटों पर परचम लहराया था। मोदी का जादू 2014 के चुनाव में इस कदर चला कि प्रदेश की पांचों सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने बड़ी जीत दर्ज की। इसके बाद दो वर्ष पूर्व राज्य में हुए विधान सभा चुनाव में भी कमोबेश यही स्थिति रही। मोदी मैजिक के सहारे भाजपा ने विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से सरकार बनायी। विधानसभा चुनाव में मोदी लहर का ही असर था कि जिन सीटों पर भाजपा को जीत की उम्मीद ‘ना’ के बराबर थी वहां भी भाजपा प्रत्याशियों ने कांग्रेस को धूल चटा दी। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में स्थिति कुछ अलग है। इसका पहला कारण यह है कि इस बार चुनाव प्रचार के लिए समय बहुत कम मिल पाया है। हालाकि भाजपा इस बार भी चुनाव में मोदी रथ पर सवार होकर जीत के लिए हाथ पैर मार रही है। मोदी के सहारे नैया पार लगाने के लिए ही प्रदेश भाजपा ने राज्य में पीएम नरेंद्र मोदी की चार सभायें करने के लिए कार्यक्रम मांगे थे लेकिन प्रदेश भाजपा को यहां पीएम मोदी की दो सभायें ही मिल पायी। पहली सभा पीएम मोदी ने रूद्रपुर में की और दूसरी सभा देहरादून में हुई। इन दोनों सभाओं में पीएम मोदी ने अपनी भाषण शैली से मतदाताओं पर अलग छाप तो छोड़ी लेकिन भाजपा के लिए मोदी लहर को मतदान के दिन तक बनाये रखना चुनौती से कम नहीं। क्यों कि कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी उत्तराखण्ड में चार सभायें कर चुके हैं और इस बार कांग्रस की नई रणनीति भी भाजपा की राह में रोड़ा बनती नजर आ रही है। इस चुनौती को भांपते हुए भाजपा अपने अधिकांश स्टार प्रचारकों के माध्यम से पीएम मोदी पर ही फोकस कर रही है। भाजपा प्रत्याशियों के अलावा पार्टी के पक्ष में जितने भी स्टार प्रचारक यहां आये हैं वह पीएम मोदी का ही गुणगान कर रहे हैं। मोदी का जादू चलाने के लिए ही भाजपा ने यहां पीएम मोदी के गीतों के लिए देश भर में मशहूर हरियाणा के सिंगर रॉकी मित्तल को भी प्रचार के लिए उतारा है। इसके अलावा मशहूर कवि मुकेश मोलवा को भी मोदी का गुणगान करने के लिए उत्तराखण्ड में उतारा गया है। दूसरी तरफ कांग्रेस घोषणा पत्र में गरीबों को 72 हजार देने की घोषणा को भुनाने में लगी हुई है और इसकों सामने रख चुनाव मैदान में है। कांग्रेस की इस घोषणा ने भाजपा को सबसे ज्यादा परेशान कर रखा है। इसी वजह से भाजपा के नेता इस मुद्दे पर ज्यादा नहीं बोल रहे बल्कि घोषणा पत्र में कश्मीर को लेकर की गयी घोषणा को राष्ट्रवाद से जोड़कर इसी मुद्दे पर ज्यादा बयानबाजी की जा रही है। भाजपा कांग्रेस के प्रचार युद्ध के बीच हालाकि मतदाता अभी तक खामोश है। जिसके चलते भाजपा कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं की धड़कने तेज होती जा रही है। मतदान को अब महज तीन दिन शेष हैं चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो परिणाम आने पर ही स्पष्ट होगा। लेकिन इतना तय है कि मोदी लहर को भाजपा नहीं भुना पाई तो इस बार पुराना इतिहास दोहराना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।

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