अब उत्तराखंड को एस्ट्रो टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाने की कवायद आरंभ: मसूरी के जॉर्ज एवरेस्ट में आयोजित होगी नक्षत्र सभा

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नक्षत्र सभा के द्वारा तारों को देखने, विशेष सौर अवलोकन, एस्ट्रोफोटोग्राफी प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों को दिया जाएगा बढ़ावा
देहरादून( उद ब्यूरो)। परंपरागत टूरिज्म अर्थात धार्मिक एवं प्राकृतिक टूरिज्म से इतर अब उत्तराखंड को एक अलग तरह के टूरिज्म क्षेत्र में पहचान दिलाने की संकल्पना की जा रही है। बताने की जरूरत नहीं कि चार धाम एवं हेमकुंड साहिब सहित अन्य विभिन्न धार्मिक स्थलों एवं अपनी अप्रतिम प्राकृतिक छटा के कारण उत्तराखंड विश्व भर में विख्यात है और उत्तराखंड का प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए पूरी दुनिया के लोग खिचे चले आते हैं।मगर अब सूबे का पर्यटन महकमा एक ऐसी अभिनव पहल करने जा रहा है जो उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र के लिए सोने पर सुहागा वाली स्थिति  हो सकती है, क्योंकि इस पहल के द्वारा न केवल राज्य के पर्यटन उद्योग को समग्रता मिलेगी बल्कि इसके द्वारा बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था भी की जा सकेगी। बताना होगा कि प्रदेश के पर्यटन महकमे की यह पहल एस्ट्रो टूरिज्म के क्षेत्र में होगी। प्रदेश के पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अनुसार उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने को एस्ट्रो टूरिज्म कंपनी स्टारस्केप्स के सहयोग से श्नक्षत्र सभाश् का आयोजन करने की योजना को अमली जामा पहने जाने की तैयारियां अंतिम दौर में है । नक्षत्र सभा के आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए जानकारी देते हुए  पर्यटन सचिव कुर्वे ने आगे बताया कि ये भारत का पहला वार्षिक अभियान है और इस  नक्षत्र सभा द्वारा तारों को देखने, विशेष सौर अवलोकन, एस्ट्रोफोटोग्राफी प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों को  प्रोत्साहित किया जाएगा। पर्यटन सचिव के अनुसार एक जून से तीन जून तक जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में नक्षत्र सभा का आयोजन होगा।इस आयोजन में उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर एस्ट्रो टूरिज्म कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित होगी। इसमें विशेषज्ञों के साथ सेमिनार और वेबिनार के अलावा उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चमोली जिलों में डार्क स्काई संभावित स्थलों को कवर किया जाएगा।इस पहल का उद्देश्य खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों और यात्रियों को ब्रह्मांड की सुंदरता को देखने के लिए एक साथ पर लाना है साथ ही यह अभियान स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर भी प्रदान करेगा तथा इससे रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे। इस अभियान के तहत स्टारस्केप्स की टीम स्थानीय समुदायों, यात्रा और पर्यटन भागीदारों के साथ साथ होमस्टे समुदायों के साथ सक्रिय रूप से कार्य करेगी तथा नक्षत्र सभा के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने को प्रशिक्षण और निरंतर सहायता प्रदान करेगी ।नक्षत्र सभा भारत में अपनी तरह का पहला एस्ट्रो टूरिज्म अभियान है और इसका  उद्देश्य दुनिया भर से लोगों को उत्तराखंड आने के लिए आमंत्रित करना है। पर्यटन सचिव ने अपनी भावी कार्य योजना पर प्रकाश डालते हुए आगे कहा कि हम राज्य में आने एस्ट्रो टूरिज्म  प्रेमियों को  उत्तराखंड की अनूठी विरासत की झलक दिखाने के साथ -साथ ब्रह्मांड के जादू का अनुभव करने और इस तरह के कई और अभियानों की मेजबानी करने को उत्सुक हैं,जो उत्तराखंड को वैश्विक एस्ट्रो टूरिज्म मानचित्र पर ला सकते हैं। उधर राज्य के पर्यटन महकमे के सहयोग से उत्साहित स्टारस्केप्स के संस्थापक रामाशीष रे का कहना था कि पिछले कई वर्षों से हम राज्य में अनुभव केंद्रों और वेधशालाओं की अपनी श्रृंखला के माध्यम से बढ़ावा दे रहे हैं और अब उत्तराखंड को एक आदर्श एस्ट्रो टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित कर स्थानीय समुदायों को एस्ट्रो टूरिज्म से जोड़कर रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे ।उन्होंने आगे बताया की नक्षत्र सभा की मुख्य विशेषताओं में विशेष उपकरणों के माध्यम से तारों को देखना, एस्ट्रो टूरिज्म पर विशेषज्ञ वार्ता, एस्ट्रोफोटोग्राफी प्रतियोगिता आदि शामिल हैं।

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