उत्तराखंड में जंगल की आग का कहर: अब तक तीन लोगों की मौत, बेकाबू वनाग्नि को रोकने के लिए सीएम ने ली उच्च स्तरीय बैठक

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अब तक वनाग्नि की कुल 868 घटनाएं सामने आई,आग से 1085.998 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक
देहरादून(उद संवाददाता)। वनों में बेकाबू हो रही आग की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अहम बैठक ली। मुख्य मंत्री दिल्ली से ही वीडियोकांफ्रेसिंग के जरिये इस बैठक से जुड़े। उन्होंने वन विभाग की कार्ययोजना की समीक्षा की। देहरादून सचिवालय में शासन के आला अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। प्रदेश में जंगल की आग का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिन पर दिन जंगल के जगंल जलकर खाक हो रहे हैं। अब तो जंगलों की आग रिहायशी इलाकों में भी पहुंचने लगी है। जंगल की आग से प्रदेश में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है। जबकि दो जिलें में तीन मकान जलकर राख हो गए हैं। प्रदेश में इस फायर सीजन में आग की कुल 868 घटनाएं सामने आई हैं। जिसमें से सबसे ज्यादा घटनाएं कुमाऊं से सामने आई हैं। कुमाऊं में 456 आग की घटनाएं, गढ़वाल में 344 और वन्यजीव क्षेत्रों में 68 घटनाएं अब तक सामने आई हैं। अब तक आग से 1085.998 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गए हैं। बता दें उत्तराखंड में शुक्रवार को जंगलों की आग और भड़क गई। 24 घंटे के भीतर वनाग्नि की 64 घटनाएं सामने आई हैं। शुक्रवार को प्रदेश में सामने आई वनाग्नि की 64 घटनाओं में गढ़वाल में 30, कुमाऊं में 29 और वन्यजीव क्षेत्रों में पांच घटनाएं शामिल हैं। 24 घंटे के भीतर 74.67 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आया। उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाओं में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है। बीते गुरूवार को अल्मोड़ा के सोमेश्वर के स्यूनराकोट के जंगलों में लगी आग की चपेट में आने से एक नेपाली मजदूर की मौत हो गई थी। जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल तीन मजदूरों में से दो मजदूरों ने भी इलाज के दौरान दम तड़ दिया है। बता दें कि सोमेश्वर के स्यूनराकोट के जंगलों में लगी आग की चपेट में आने से नेपाली मजदूर दीपक पुजारा (35) की मौके पर ही मौत हो गई थी और तीन अन्य लोग घायल हो गए थे। घायल तारा (30), ज्ञान बहादुर (40) की शुक्रवार को अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि चौथी महिला मजदूर पूजा अब भी जिंदगी की जंग लड़ रही है।


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