उत्तराखंड के आठ जिलों में 349 कंटेनमेंट जोन,हरिद्वार में सर्वाधिक संक्रमित

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देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब हर दिन औसतन चार सौ के करीब नए मामले आ रहे हैं। स्थिति ये है कि पिछले एक माह में दस हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। मरीजों की इस बढ़ती तादाद के कारण कंटेनमेंट जोन की संख्या भी कई गुना बढ़ गई है। फिलवक्त प्रदेश में 349 कंटेनमेंट जोन हैं, जबकि एक माह पूर्व इनकी संख्या 172 थी। यानी कंटेनमेंट जोन में भी तकरीबन 50 फीसद वृ(ि हुई है। प्रदेश में ज्यादा मामले चार मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल में ही आए हैं। जिसका एक कारण ये है कि यहां बाहरी राज्यों से अधिक आवाजाही हुई है। यहां औद्योगिक इकाईयां भी काफी संख्या में हैं। यही नहीं यहां स्थानीय स्तर पर भी काफी संख्या में मामले आए हैं। हरिद्वार में 280,नैनीताल में 25,ऊधमसिंहनगरमें 19,देहरादून में 12,उत्तरकाशी में 7, टिहरी में 5,बागेश्वर में1 कंटेनमेंट जोन बनाये गये है। पिछले एक माह के आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए तो सर्वाधिक मामले धर्मनगरी हरिद्वार में आए हैं। यहां औद्योगिक इकाईयों में बड़े स्तर पर कामगार पाॅजिटिव आए हैं। इसी अनुपात में वहां कंटेनमेंट जोन भी बढ़े हैं। वर्तमान में हरिद्वार में सबसे ज्यादा 280 कंटेनमेंट जोन हैं। जबकि एक माह पहले इनकी संख्या 138 थी। कंटेनमेंट जोन में दूसरा नंबर नैनीताल और तीसरा ऊधमसिंहनगर में है। ताज्जुब इस बात का है कि दून में कंटेनमेंट जोन उस लिहाज से कम है, जबकि यहां भी काफी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। प्रदेश में छह जिले ऐसे हैं जहां एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है। इनमें अल्मोड़ा, चंपावत, चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग जनपद शामिल है। एक और सुखद बात यह है कि पिछले एक माह में 80 फीसदी मामले चार मैदानी जिलों में आए हैं। यह कहा जा सकता है कि तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच पहाड़ पर वायरस की रफ्तार कुछ कम हुई है। उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार तेज होती जा रही है। हालात कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक माह में कोरोना के 10084 मामले सामने आए हैं। यह कुल मामलों का तकरीबन 65 फीसद है। अब हर दिन 350 से 400 नए मामले आ रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड पुलिस के प्लाटून कमांडर 46वीं वाहिनी पीएसी शिवराज सिंह राणा की मृत्यु हुई है। वो जनसेवा करते हुए कोरोना संक्रमित हुए थे। मुख्यमंत्राी त्रिवेंद्र सिंह राणा ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। साथ ही शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने कहा कि सरकार स्व. राणा के परिवार के साथ खड़ी है। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। मंगलवार को 485 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक 126 मामले हरिद्वार से हैं। इसके अलावा 120 देहरादून, 90 ऊधमसिंह नगर, 40 उत्तरकाशी, 39 नैनीताल, 38 टिहरी गढ़वाल, दस-दस रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल, छह-छह चंपावत और बागेश्वर में सामने आए हैं। 289 लोग पूरी तरह से ठीक हुए हैं, जबकि छह की मौत हुई है। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 16014 हो गया है। हालांकि, इनमें से 11201 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में 4545 मामले एक्टिव हैं, जबकि 213 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 55 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अलग-अलग लैब से 8406 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 7994 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हरिद्वार में सर्वाधिक 131 और लोग संक्रमित मिले हैं। जिनमें एसपी देहात समेत छह पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसी कारण एसपी देहात का कार्यालय भी सील कर दिया गया है। वहीं कोरोना केस आने के बाद उच्च न्यायालय को बंद कर दिया गया है। बताया जाता है कि समीक्षा अधिकारी के कोरोना पाॅजिटिव आने के बाद यह कदम उठाया गया है। रजिस्ट्रार जनरल हीरा सिंह बोनाल की तरफ से विज्ञप्ति जारी कर व्यापक जनहित में कोर्ट बंद करने की जानकारी दी गई है। मंगलवार के केस अब 27 अगस्त को लिस्टेड होंगे। इस बीच पूरे न्यायालय को सेनिटाइज किया जाएगा। कोर्ट में कोरोना केस आने से न्यायाधीश, न्यायिक अधिकारी, कर्मचारियों व अधिवक्ता वर्ग की चिंता बढ़ गई है। कोर्ट में अधिकांश मामलों की सुनवाई आॅनलाइन चल रही थी।

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