यशपाल को लड़ाया जा सकता है अल्मोड़ा से चुनाव

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रुद्रपुर । लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा व कांग्रेस में मंथन जारी है। दिल्ली से जुड़े सूत्रें ने जानकारी दी है कि उत्तराऽंड में लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा फेरबदल हो सकता है। भाजपा उत्तराऽंड की 5 सीटों पर फिर काबिज होना चाह रही है जबकि कांग्रेस हर हाल में इन सीटों को भाजपा से छिनने की कोशिश में लग गई है। इसके लिए भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दल किसी भी नए ऽेल को अंजाम दे सकते हैं। सूबे मे भाजपा के भीतर अंदरुनी रूप से लाल बत्ती को लेकर भी ऽींचतान जारी है सूत्रें के हवाले से ऽबर मिली है कि भाजपा सूबे में सियासी संतुलन को बनाए रऽने के लिए दो-चार लोकसभा सीटों पर मौजूदा प्रदेश सरकार के मंत्रियों को मैदान में उतारने पर मंथन कर रही है भाजपा के पास प्रदेश सरकार में कई ऐसे मंत्री है जो लोकसभा चुनाव जीतने की पूरी ताकत रऽते हैं सूत्रें की मानें तो भाजपा उधम सिंह नगर जनपद मे एक बड़ा ऽेल ऽेलने की तैयारी कर रही है अगर सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से हुआ तो बाजपुर के मौजूदा विधायक व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य को अल्मोड़ा संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के लिए राजी किया जा सकता है वहीं दूसरी ओर नैनीताल लोकसभा सीट पर भी किसी लाल बत्ती धारक को अर्जेस्ट करने की चर्चा भी चल रही है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि भाजपा आला कमान एक तीर से दो शिकार करने की जुगत में है। यशपाल आर्य उत्तराऽंड राज्य में एक बड़ा दलित चेहरा हैं और कांग्रेस के भीतर यशपाल का एक बड़ा ऽेमा आज भी है। यह बता दें कि यशपाल आर्य कांग्रेस में एक बड़ी ताकत के रूप में पहचाने जाते थे यशपाल आर्य एक लंबे समय तक उत्तराऽंड कांग्रेस के मुिऽया भी रहे हैं यशपाल पूर्व में ऽटीमा क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं जिसके बाद आर्य ने मुत्तफ़ेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर हरीश चंद्र दुर्गापाल जैसे ताकतवर नेता को हरा दिया था। यही नहीं यशपाल इससे पूर्व बाजपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे थे और वर्तमान में भी है। बाजपुर विधानसभा सीट से विधायक होने के साथ-साथ सूबे की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और उनके पुत्र संजीव आर्य नैनीताल से विधायक हैं पहाड़ का एक बड़ा दलित चेहरा होने के साथ-साथ यशपाल आर्य की सियासत में अपनी एक अलग पहचान है भाजपा में यशपाल आर्य को अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र से टिकट देने की चर्चा चल रही है। कहा जाता है कि यशपाल आर्य की पहाड़ी क्षेत्र में भी अच्छी ऽासी पकड़ है किंतु यह बताना जरूरी है कि यशपाल आर्य की ओर से अभी तक किसी भी संसदीय सीट से लोकसभा के चुनाव की दावेदारी नहीं की गई है और भाजपा आलाकमान की ओर से भी अभी तक इस बात को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। किंतु उत्तराऽंड की सियासत में कुछ भी संभव हो सकता है।

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