घोड़ानाला में रेलवे की कार्यवाही का ग्रामीणों ने किया विरोध
लालकुआं। क्षेत्र के घोड़ानाला में रेलवे प्रशासन द्वारा बनाई जा रही लोहे के खंभों की रेलिंग निर्माण का क्षेत्रवासियों ने भारी विरोध किया। ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद रेलवे ने उक्त रेलिंग फेंसिंग बनाने का कार्य जारी रखा। ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। उल्लेखनीय है कि रेलवे ट्रैक पर दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए रेलवे प्रशासन लालकुआं-बरेली रेलवे मार्ग के दोनों ओर लोहे के खंभों की फेंसिंग बना रहा है। इस कार्य में एक तरफ का कार्य पूरा कर लिया गया है, लेकिन दूसरी ओर के खंभों की स्थापना के कारण दर्जनों परिवारों की आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। जिसका कॉलोनी वासियों ने भारी विरोध किया परंतु आईओडब्ल्यू भोजीपुरा रोशन लाल जायसवाल के नेतृत्व में आरपीएफ की भारी मौजूदगी में उक्त रेलिंग का निर्माण कार्य जारी रहा। नाराज ग्रामीणों का कहना है कि यह रेलिंग उनके घरों के आगे खड़ी की जा रही है, जिससे उनका मुख्य मार्ग बंद हो जाएगा और वे अपने घरों में आने-जाने में पूरी तरह असमर्थ हो जाएंगे। इसके साथ ही, उन्हें आपातकालीन सेवाओं, जैसे एम्बुलेंस की उपलब्धता में भी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने दिन भर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उक्त समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो वे आत्मदाह करने को मजबूर हो जायेगे और इसके लिए रेलवे प्रशासन जिम्मेदार होगा। इस मुद्दे पर ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग भी की। इधर आईओडब्लू भोजीपुरा रोशन लाल जायसवाल ने बताया कि जंगली जानवरों के रेल लाइन पर तेजी से प्रवेश न करने तथा भविष्य में तेज रफ्रतार रेल गाड़ियों की आवाजाही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रेल विभाग द्वारा पटरियों के दोनों ओर अपनी भूमि पर रेल फेंसिंग कराई जा रही है, जिसका कार्य हर हाल में होना है।