भाजपा और कांगेस ने किया प्रत्याशियों का ऐलानः बागेश्वर उपचुनाव में पार्वती दास और बसंत कुमार के बीच सीधा मुकाबला

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बागेश्वर(उद ब्यूरो)। आखिरकार बागेश्वर उपचुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने ने अपने अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास को उम्मीदवार बनाया गया है। इस बात की आधिकारिक घोषणा हो गई है। बीजेपी आलाकमान ने नाम पर मुहर लगा दी है। दरअसल बीजेपी के विधायक और धामी सरकार में कैबिनेट मंत्राी रहे चंदन राम दास के निधन के बाद बागेश्वर विधानसभा सीट खाली हो गई थी। यहां उपचुनाव होना है। ऐसे में बीजेपी ने यहां से उम्मीदवारों के नामों का एक पैनल बनाकर दिल्ली भेजा था। तीन लोगों के नामों के पैनल में एक नाम सेलेक्ट हुआ है। ये नाम पार्वती दास का है। पार्वती दास चंदन राम दास की पत्नी हैं।वहीं कांग्रेस ने इससे पहले ही अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया था। कांग्रेस ने हाल ही में आप छोड़कर पार्टी में आए बसंत कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है।वहीं इस पूरे मामले में रंजीत दास के हाथ खाली रह गए हैं। रंजीत दास हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। रंजीत दास ने चंदन राम दास को 2022 के चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर चुनौती दी थी। रंजीत दास हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं। माना जा रहा था कि रंजीत दास को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि ये कयास गलत साबित हुए। वहीं बागेश्वर उपचुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। सभी कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच कांग्रेस ने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बागेश्वर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने आप छोड़कर आए बसंत कुमार पर अपना दांव खेला है। बता दें कि एक दिन पहले ही रविवार को आम आदमी पार्टी के बसंत कुमार ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी परिवार बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस बड़े अंतर से जीतेगी। क्योंकि क्योंकि बीजेपी के राज में जनता त्रास्त है।खनन माफिया सरकार पर हावी हैं और भर्ती परीक्षाओं में धांधली हो रही है। ये सभी मुद्दे उनके उपचुनाव के लिए प्रमुख मुद्दे होंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि बागेश्वर की जनता समस्याओं से त्रास्त है।बसंत कुमार पर कांग्रेस पार्टी ने बागेश्वर उपचुनाव में अपना दांव खेला। बसंत कुमार के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से ही कयास लागए जा रहे थे कि कांग्रेस उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकती है। बता दें कि बसंत कुमार जो इस बार कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं वो पिछले तीन चुनावों से अपनी पार्टियां बदल रहे हैं। साल 2017 के चुनाव में उन्होंने बहुजन समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था। जिसके बाद वो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और साल 2022 में आम आदमी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ा। जिसके बाद अब उन्होंने फिर से पाला बदला है और वो कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।

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