दो मंत्रियों सहित 11 विधाायकों की भी ‘अग्नि परीक्षा’

हॉट सीट बनी नैनीताल उधमसिंह नगर सीट पर सीएम त्रिवेन्द्र रावत का भी है ‘फोकस’

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जगदीश चन्द्र
रूद्रपुर। नैनीताल उधम सिंह नगर सीट पर इस बार भाजपा कांग्रेस के दो दिग्गजों के बीच मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है। यहां पर भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट के समर्थन में पीएम नरेन्द्र मोदी की बड़ी रैली हो चुकी है जबकि कांग्रेस यहां पर हरीश रावत के समर्थन में प्रियंका गांधी का रोड शो कराने की तैयारी में हैं। दोनों दलों की अब तक की सियासी कसरत पर नजर डालें तो यहां पर मुकाबला कड़ा होने के आसार नजर आ रहा हैं। इस सीट पर जहां भाजपा की प्रदेश टीम के कप्तान अजय भट्ट की की प्रतिष्ठा दांव पर है वहीं इस सीट पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत के साथ साथ भाजपा सरकार के दो मंत्रियो सहित 11विधायकों और भाजपा के तीन मेयरों की भी अग्नि परीक्षा है। लोकसभा चुनाव में उत्तराखण्ड की पांच सीटों में से नैनीताल उधम सिंह नगर सीट सबसे हॉट सीट बनी हुई है। यहां पर लम्बी जद्दोजद के बाद भाजपा ने अजय भट्ट को तो कांग्रेस ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत को चुनावी रण में उतारा है। दोनों ही दिग्गज इस सीट पर पैराशूट प्रत्याशी हैं और यह चुनाव दोनों का सियासी भविष्य भी तय करेगा। दो वर्ष पूर्व हुए चुनाव में जहां हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा विधानसभा से एक साथ चुनाव हारे हैं तो अजय भट्ट रानीखेत विधानसभा से चुनाव हार चुके हैं। अजय भट्ट ऐसे समय पर चुनाव हारे जब प्रदेश में मोदी लहर के चलते भाजपा को प्रचण्ड बहुमत मिला था। कहा तो यहां तक जा रहा था कि अगर अजय भट्ट चुनाव में विजयी होते तो शायद सीएम का ताज उन्हीं के सिर सजता। अब अजय भट्ट के सामने एक बार फिर चुनाव जीतने की बड़ी चुनौती है। अगर वह इस चुनाव में विजयी होते हैं,उन्हें केन्द्र में मंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा है। दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत के साथ तराई में कांग्रेस की सियासी जमीन पर भी खतरा मंडरा रहा है। हरीश रावत इस सीट पर चुनाव हारते हैं तो रावत के साथ-साथ तराई के कई कांग्रेस नेताओं की सियासी जमीन भी खिसक सकती है ऐसे में तराई में कांग्रेस को फिर मजबूती से खड़ा करना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा। शायद यही वजह है कि इस बार तराई में कांग्रेस के सभी गुट एक मंच पर आकर हरीश रावत के पक्ष में जुट गये हैं। दूसरी तरफ भाजपा की बात करें तो यहां पर सीएम त्रिवेन्द्र रावत स्वयं इस सीट पर दिलचस्पी ले रहे हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी की सभा के बाद सीएम त्रिवेन्द्र रावत लालकुंआ में भी बड़ी सभा कर चुके हैं। उन्होंने लोगों से हारदा की हार की हैट्रिक बनाने की अपील की है। सीएम के साथ साथ इस सीट पर भाजपा के 11 विधायकों के सामने भी चुनौती है। दरअसल यह सीट दो जिलों नैनीताल और ऊधमसिंह नगर को मिलाकर बनी है। इस सीट में पूरे ऊधमसिंह नगर के अलावा नैनीताल का कुछ हिस्सा आता है। दोनों जिलों की 14 विधानसभा सीटें इस लोकसभा क्षेत्र में आती हैं जिनमें नैनीताल जनपद के 5 विधानसभा क्षेत्र और उधम सिंह नगर के 9 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इनमें नैनीताल जिले की पांच सीटों में भीमताल, हल्द्वानी, कालाढुंगी, लालकुआं,नैनीताल विधाानसभा और ऊधम सिंह नगर जिले की नौ विधान सभा सीटेां में बाजपुर, गदरपुर, जसपुर, काशीपुर, खटीमा, किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर और सितारगंज शामिल हैं। 14 विधान सभा सीटों में से 11 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। ऐसे में भाजपा के इन 11 विधायकों के सामने अजय भट्ट को विजयी बनाने की चुनौती है। इन विधायकों में सरकार के दो मंत्री शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डे और परिवहन मंत्री यशपाल आर्य भी शामिल हैं। अन्य विधायकों की बात करें तो इनमें दो बाद विजयी हुए रूद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल, कालाढुंगी के विधायक एवं पूर्व मंत्री वंशीधर भगत, दो बार विधायक रह चुके किच्छा के विधायक राजेश शुक्ला के अलावा पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के पुत्र सितारगंज विधायक सौरभ बहुगुणा, नानकमत्ता से दूसरी बार विधायक बने प्रेम सिंह राणा, खटीमा के विधायक पुष्कर सिंह धामी, काशीपुर के विधायक हरभजन सिंह चीमा, लालकुंआ के विधायक नवीन दुम्का, नैनीताल के विधायक संजीव आर्य आदि शामिल हैं। इसके अलावा लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले हल्द्वानी, काशीपुर और रूद्रपुर नगर निगम में मेयर भी भाजपा के हैं। इस लोकसभा सीट का गठन 2008 में हुए परिसीमन के बाद हुआ। 2009 में पहली बार इस सीट से कांग्रेस के केसी सिंह बाबा जीते थे। वर्तमान में यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी सांसद हैं। भगत सिंह कोश्यारी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता केसी सिंह बाबा को रिकार्ड 284717 वोटों से हराया था। वर्तमान में इस सीट पर सात प्रत्याशी मैदान में है। 19,07,490 मतदाताओं ने इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करना है। इनमें 10,06,567 पुरूष मतदाता और 9,00899 महिला मतदाता है।

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