मैंने कब कहा,मैं चुनाव लड़ रहा हूँ

हरीश रावत बोले-मैं हमेशा लोकतंत्र का योद्धा रहा हूं कमान्डर इन चीफ का आदेश सर-आंखों पर

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रूद्रपुर। उत्तराखंड कांग्रेस का सबसे बड़ा और मजबूत चेहरा माने जाने वाले कद्दावर हरीश रावत को भले ही पार्टी आलाकमान ने आसाम प्रदेश का प्रभारी बना कर वहां की जिम्मेदारी सौपी हुई है किंतु देवभूमि उत्तराखंड की सियासत में आज भी उनकी सक्रियता ने विरोधियों को बेचैन कर रखा रखा है। 1973 में ग्राम प्रधान और ब्लाक प्रमुख से सियासत में कदम रखने वाले ‘हरदा’ 1980 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंचे थे। चार बार सांसद रह चुके हरीश रावत केंद्र में मंत्री रहने के साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके है। कहा जाता है कि 1973 में तत्कालीन जनता दल की सरकार का विरोध कर रहे स्व- संजय गांधी व कांग्रेसी समर्थकों के ऊपर लाठी चार्ज कर दिया गया था, उस समय हरीश रावत स्व- संजय गांधी की ढाल बन गये थे। यहीं वह पल था जब हरीश रावत स्व-गांधी की पहली पसंद बन गये थे और माना जाता है कि वर्ष 1980 में हरदा को पहला लोकसभा का टिकट संजय गांधी की पैरवी से ही मिला था। 80 के दशक में एनडी तिवारी का कांग्रेस में विशेष दखल रहता था। कुमाऊं से हरीश रावत के रूप में एक और बड़ा नेता सियासत का महारथी बनने जा रहा था। माना जाता है कि हरीश का बढ़ता वर्चस्व एनडी तिवारी खेमे को रास नहीं आ रहा था। दोनों के बीच की दूरियां कई बार सामने आयीं लेकिन दोनों ही नेता कद्दावर और जनता से जुड़े हुए थे। जिसकी वजह से दोनों का टकराव धरातल पर सामने नहीं आया। वैसे तो श्री रावत नारायण दत्त तिवारी को अपना राजनीतिक गुरू मानते थे और उनका सार्वजनिक रूप से बड़ा सम्मान करते थे लेकिन राजनीतिक महत्वकांक्षा के चलते दोनों में दूरियां बनी रहती थीं। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के निधन के बाद भी देवभूमि में कांग्रेस की यह सियासी लड़ाई जारी है। पेश हैं हमारे संवादता नरेश जोशी से पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के साथ बातचीत के कुछ अंश।
प्रश्न-आप कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा कहे जाते हैं और आप पूरे राज्य की सियासत को भी प्रभावित करते हैं एैसे में नैनीताल लोकसभा सीट पर ही आपका ज्यादा फोकस है,क्यों?
उत्तर- यह बात तथ्यात्मक नहीं है, अभी देहरादून जो टिहरी लोकसभा का हिस्सा है वहां मैने सार्वजनिक कार्यक्रम किये है। हरिद्वार में गगा गन्ना यात्रा निकाली, करीब दो तीन सौ लोग आये और अपार जनसमर्थन मिला। अब मैं म्यर मैत यात्रा शुरू कर रहा हूं जो चैखुटिया अल्मोड़ा से शुरू होकर कर्णपर्याग से ऋषिकेश आऊंगा, यह यात्रा प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों को कवर कर रही है।
प्रश्न- क्या आप नैनीताल लोकसभा सीट पर कांग्रेस के दावेदार है?
उत्तर- देखिये,यह बहुत बड़ा सवाल है,सब कुछ पार्टी सुप्रीमो राहुल गांधी ने तय करना है,रहा सवाल चुनाव का इस मामले पर न तो अभी मैने किसी से अनुमति मांगी है और न ही मुझे कोई संकेत दिया गया है।
प्रश्न-उत्तराखंड में विपक्ष एकजुट नही है,पूर्व सांसद केसी बाबा ने आपको गंगा नहाने हरिद्वार जाने की सलाह दी है।
उत्तर- मै इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता,रहा सवाल गंगा मेें नहाने का तो मै तो पहले ही गंगा नहाने जा चुका हूं।
प्रश्न- नेता प्रतिपक्ष डा.इंदिरा हृदेयश ने कहा था कि अगर मेरे इस्तीफे से कांग्रेस मजबूत होती है तो इस्तीफा देने को तैयार हूं। ऐसे मैं आप पीएम मोदी की पुनः वापसी को कैसे रोकेंगे?
उत्तर-ऐसा नहीं है,कांग्रेस में सब लोग योग्य एवं प्रभावी हैं। इंदिरा जी ने क्या कहा यह मुझे नहीं मालूम।
प्रश्न-मुख्यमंत्री रहते हुए आपने किच्छा चीनी मिल में प्लांट लगाने का आदेश दिया था पर वह पूरा नहीं हो पाया।
उत्तर- वर्तमान सरकार ने हमारे सारे प्रपोजल को गड्डी करने का काम किया,जिसमें बगास से बिजली बनाने का काम कराना था और मौजूदा सरकार ने बाजपुर मिल में चल रहे डिस्लरी प्लांट को बंद कर दिया। सरकार ने चीनी मिल को बीमार करने की परम्परा शुरू कर दी है।
प्रश्न-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किच्छा चीनी मिल में ऐथनाल प्लांट लगाने की घोषण की है,क्या आप इसका स्वागत करते हो?
उत्तर-कोई भी ऐसा कदम जिससे चीनी मिलों की और किसानों की आमदनी बढ़े तो मै इसका स्वागत करूंगा। हमने भी यह फार्मूला बनाया था जिसमें आमदनी बढ़ती है तो इसका एक हिस्सा किसानों को बोनस के रूप में दिया जाये।
प्रश्न-सरकार में रहते हुए आपने किच्छा के खुर्पिया की एक हजार एकड़ जमीन उद्योग लगाने के लिये सिडकुल को दी थी। अब मौजूदा सरकार भी उसी जमीन पर सिडकुल लगाने की बात कह रही है, क्या आप इसका स्वागत करते हैं?
उत्तर-सवाल इस बात का है कि आप ‘सरकार’ सिडकुल में क्या लगाने जा रहें है,रोजगार वर्धक उद्योग लगा रहे हैं या फिर सोलर प्लांट लगा रहे हैं। सरकार का उद्योगपति अडानी के साथ करार हुआ है और यदि सोलर प्लांट लगता है तो इससे लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा। यदि वहां रोजगार के लिये उद्योग लगाये जाते है तो मै इस जरूर स्वागत करूंगा।
प्रश्न-किच्छा में केंद्र सरकार के माध्यम से एक केंद्रीय विद्यालय बनाया जाना है, आप ने भी किच्छा में डिग्री कालेज खोलने की घोषणा की थी,इस पर आपकी क्या राय है?
उत्तर-किच्छा में डिग्री कालेज के लिये मैने पैसा मंजूर करा दिया था,साथ ही पद भी सर्जित कर गिये थे, लेकिन मौजूदा सरकार ने सबकुछ गड्डी कर दिया। यह सिर्फ मुंह दिखायी की रस्म अदा कर रहे है। तमाम प्रकार की घोषणायें की जा रही हैं इसमें वास्तविकता कितनी है पता चल जायेगा।
प्रश्न- क्या आप इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं?
उत्तर- मैं हमेशा से लोकतंत्र का योद्धा रहा हूं,मगर मै ऐसा योद्धा हूं जो कमांडर चीफ के आदेश का पालन करता हूं अभी कमांडर इन चीफ का मुझे कोई निर्देश नहीं मिला है।

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