सरयू बगड़ में गांधीगिरी,1921 का इतिहास दोहराया

परम्परागत जनसम्मेलन में सियासी मोर्चाबंदी,सरयू-गोमती के संगम स्थल पर भाजपा नेताओं ने गिनायी उपलब्धियां,कांग्रेस समेत यूकेडी और बसपा के दिग्गजों ने उठाये जनमुद्दे

0

बागेश्वर। उत्तराखंड की काशी बाबा बागनाथ नगरी सरयू-गोमती के संगम तट पर आयोजित विश्व प्रख्यात उत्तरायणी मेला शुरू हो गया है। यहां दूसरे दिन सरयू बगड़ में हर वर्ष तरह इस बार भी विभिन्न राजनीतिक सामाजिक एवं क्षेत्रीय सियासी दलों के परम्परागत जनसम्मेलन में पहुंचे सत्तासीन भाजपा के दिग्गजों ने जहां अपनी सरकार की उपलब्धिया गिनायी  तो वहीं  केंद्र में मोदी सरकार की जनकल्याणकरी योजनाओं का बखान भी किया। जबकि कांग्रेस समेत यूकेडी और बसपा के दिग्गजों ने भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध किया साथ ही किसानों की आत्महत्या,जातीय आरक्षण समाप्त करने समेत कालाधन लाओ, भ्रष्टाचार मिटाओ समेत कई जनमुद्ो को उठाकर भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी भी की। इस बार सरयू नदी के तट पर 1921 के इतिहास को भी दोहराने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं राज्य सरकार के  आदेश के खिलाफ आंदोलित प्राधिकरण हटाओ मोर्चा ने सरयू नदी में प्राधिकरण गजट नोटिफिकेशन की प्रतियां सरेआम प्रवाहित कर दी। यह दृश्य उस कुली बेगार प्रथा के बहिष्कार की यादों को फिर ताजा कर गई। मंगलवार को दूसरी बार इतिहास दोहराया गया और क्षेत्रीय प्राधिकरण के खिलाफ सरयू बगड़ में जनसभा भी की। जिसमें अल्मोड़ा, नैनीताल, रानीखेत समेत गढ़वाल से भी बड़ी संख्या में आंदोलनकारियों ने प्रतिभाग किया। जिला विकास प्राधिकरण को लेकर प्राधिकरण हटाओ मोर्चा सरकारी फरमान का विरोध करते हुए गत दिवस प्राधिकरण हटाओ मोर्चे से पुलिस से भी तीखी नोकझोंक हुई जबकि  सरयू नदी में प्राधिकरण के गजट नोटिफिकेशन की प्रतियां बहाई गईं। वक्ताओं ने कहा कि 1921 की मकर संक्रांति पर्व पर सरयू बगड़ में पंडित बद्री दत्त पांडे के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने कुली बेगार रजिस्टर सरयू नदी में बहाकर एक भारत की स्वाधीनता आंदोलन को हमेशा के लिए सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा दिया था और आंदोलन को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने रक्तहीन क्रांति घोषित किया था। वहीं अब 2019 की मकर संक्रांति एक नए आंदोलन का गवाह बन गयी है। जनसभा में वक्ताओं ने कहा कि बागेश्वर समेत उत्तराखंड के आंदोलनकारी,पहाड़ों में जबरन थोपे गए अव्यवहारिक विकास प्राधिकरण के विरोध में हैं। प्रदेश के पहाड़ी नगरों में विकास प्राधिकरण गठित करने के फैसले का विरोध किया जा रहा है। जनसभा के दौरान अल्मोड़ा के पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी, इंद्रेश मैखुरी, पीसी तिवारी, राजीव लोचन साह, डीके जोशी, चारु तिवारी, गिरिजा पाठक, रमेश कृषक, पंकज पांडे, गोविंद बिष्ट, प्रमोद मेहता, सुमित्र पांडे, राजेंद्र उपाध्याय आदि मौजूद थे। सरयू-गोमती के संगम स्थल पर राजनीतिक दलों का तांता लगा रहा। भाजपा, कांग्रेस, उक्रांद, बसपा जैस दल एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाते रहे। वहीं सियासी दलों के दिग्गजों ने आगामी पंचायत चुनावों का बिगुल फूंकते हुए सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होने की अपील की। सरयू बगड़ में आयोजित जनसम्मेलन कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार की उपलब्धियां जनता को गिनाई। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर लोकसभा चुनावों के लिए जुटने की अपील करते हुए कहा कि बहुमत से भाजपा इस बार भी केंद्र में सरकार बनाएगी। कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा का कार्यकर्ताओं ने फूलमालाओं से स्वागत किया। इसके बाद इन नेताओं ने सरकार की उपलब्धि गिनाई। जीएसटी लागू करना, कालाधान वापस लाने, नोटबंदी को केंद्र सरकार की उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि आज सरकार की जनपक्षीय नीतियों के कारण पूरे जगह-जगह प्रदेशों में बहुमत से जीत रही हैं। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों के लिए कार्यकर्ता अभी से कमर कस लें। उन्हें पूरा भरोसा है कि वह इन चुनावों में भी भारी बहुमत से जीतेंगे। इस अवसर पर विधायक चंदन राम दास, बलवंत भौर्याल, शेर सिह गढ़यिा, शिव सिह बिष्ट, राम प्रसाद टम्टा, कुंदन परिहार सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। वहीं सरयू बगड़ में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की जनविरोधी नीतियों के कारण आज लोग आत्महत्या करने को मजबूर है। आम जनता त्रस्त है। इसका जवाब वह आने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा को देगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रंजीत रावत का सभास्थल में पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका घुघुते व फूलमालाओं से स्वागत किया। उन्होंने जीएसटी व नोटबंदी को जन विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि गब्बर सिह टैक्स से आज जनता परेशान है। वह आत्महत्या को मजबूर हो रही है। मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार को खत्म करने का दावा करने वाली भाजपा में यह चरम पर है। जनता इनको जल्द सबक सिखाएगी। इस अवसर पर लोकमणि पाठक, ललित फर्स्वाण, हरी ऐठानी, धीरज कोरंगा, सजन लाल टम्टा, विनोद पाठक, गीता रावल, नारायण राम आर्य सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। इधर उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने भाजपा व कांग्रेस को पहाड़ की जनता के साथ खिलवाड़ करने वाली बताया। उन्होंने कहा कि इन वर्षों में आज तक स्थाई राजधानी नही बन पाई है। राजधानी के मुद्दे को लेकर दोनों पाद्दटयां राजनीति कर रही है। बेरोजगारी, मंहगाई, पलायन चरम पर है। गांव के गांव खाली होते जा रहे है। मूलभूत समस्याओं का समाधान आज तक नही हो पाया है। उन्होंने कहा कि इन सब मुद्दों को लेकर उक्रांद का प्रत्येक कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगा और जनता दोनों पाद्दटयों को सबक सीखाएगी। उन्होंने प्राधिकरण हटाओ मोर्चा को समर्थन दिया हैं। विपिन त्रिपाठी, हरीश पाठक, हीराबलल्भ भट्ट, नरेंद्र बघरी, विनोद पांडे, बिशन भंडारी, आनंद बिष्ट, विपिन पंत, जीवन भारती, राजू नयाल आदि मौजूद थे। वहीं बहुजन समाज पार्टी का ऐतिहासिक सरयू बगड़ में सम्मेलन आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा समंवयक बसंत कुमार थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संगठन की मजबूती के लिए गांव-गांव जाने की अपील की।उन्होंने कहा कि भाजपा व कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता को छला है। पलायन की समस्या गंभीर हो रही है। भाजपा सरकार सभी क्षेत्र में असफल साबित हुई है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष किशन विश्वकर्मा, भाष्कर टम्टा, नंदन कोहली, सरेश राम, रमेश टम्टा, सूरज चौबे, चंदन राम, प्रेम राम आर्य आदि मौजूद थे।
@Narda Narender Baghari

Leave A Reply

Your email address will not be published.