कैंची धाम यात्रा मार्गों का ट्रैफिक प्रबंधन पूरी तरह विफल: माहरा
देहरादून। उत्तराखंड में एक ओर चारधाम यात्रा अपने चरम पर है, तो दूसरी ओर 15 जून को नैनीताल के प्रसिद्ध कैंची धाम में स्थापना दिवस समारोह आयोजित होने जा रहा है। लेकिन इन धार्मिक यात्राओं और पर्यटक स्थलों की ओर बढ़ती भीड़ के कारण प्रदेश के विभिन्न मार्गों पर भारी जाम की स्थिति बन गई है। खासतौर पर पहाड़ से आने वाले और शहरों से पहाड़ आने वाले वाहन घंटों जाम में फंसे रहते है। हल्द्वानी-भवाली होते हुए कैंची धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु और स्थानीय लोग करीब तीन घंटे की दूरी तय करने में 7 से 8 घंटे तक फंस रहे हैं। यही हालात देहरादून-मसूरी मार्ग और चारधाम यात्रा मार्गों पर भी देखे जा रहे हैं, जहां जाम के कारण न केवल यात्री परेशान हैं बल्कि स्थानीय व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि सरकार सिर्फ यात्रियों की संख्या बढ़ाने में लगी है, जबकि यात्रा मार्गों की बुनियादी सुविधाएं और ट्रैफिक प्रबंधन पूरी तरह विफल साबित हो रहा है।माहरा ने बताया कि कैंची धाम मार्ग पर जाम की समस्या को लेकर उन्होंने पहले भी प्रदर्शन किया था और सरकार को समाधान के लिए एक माह का समय दिया गया था। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे न केवल भवाली में जाम करेंगे, बल्कि कमिश्नरी और मुख्यमंत्री आवास का भी घेराव करेंगे। स्थानीय लोगों की मानें तो बार-बार जाम में फंसना अब रोजमर्रा की बड़ी समस्या बन चुका है। पर्यटकों के साथ-साथ आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त होता जा रहा है।