पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना ने मचाई तबाही: ऑपरेशन सिंदूर में अत्याधुनिक मिसाईलों से किया गया हमला, कई आतंकी ढेर
भारत ने लिया पहलगाम आतंकी हमले का प्रतिशोध,आतंक के नौ ठिकाने तबाह
नई दिल्ली। पहलगाम में पाकिस्तान के भाड़े के आतंकियों ने भारतीय महिलाओं के मस्तक से 15 दिन पहले जो सिंदूर उजाड़े थे, भारत ने उसका प्रतिशोध ले लिया। देर रात देश के सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाकर हमला कर दिया।ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में की गई एयरस्ट्राइक में लगभग 90 आतंकियों की मौत हुई है। एयरस्ट्राइक के बाद की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है जिसमें दिख रहा है कि कैसे भारत की एयरस्ट्राइक में आतंकी ठिकाने तबाह हो गए हैं। घातक ड्रोन और मिसाइलों से हुए इस हमलों के जरिए नौ जगहों पर आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया गया। इसी के साथ सेना ने एलान कर दिया कि इंसाफ पूरा हुआ। दरअसल 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ। उसमें 25 पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत इसका जवाब देगा। इसके बाद 29 अप्रैल को सेना के तीनों प्रमुखों, सीडीएस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समेत वरिष्ठ मंत्रियों के साथ हुई बैठक में भी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का जवाब किस तरह होगा और कब होगा, यह तय करने के लिए सेना को खुली छूट दी गई है। इसके बाद यह तय हो गया था कि भारत जल्द कार्रवाई करेगा। पहलगाम हमले में आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर उन्हें गोली मारी थी। हमले के 15 दिन बाद 6 और 7 मई की रात यह कार्रवाई पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर, दोनों के अंदर ऐसी जगहों पर हुई, जहां आतंकियों के ठिकाने मौजूद हैं। जानकारी के मुताबिक, भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके के अंदर मिसाइलों से हमला किया। हमले सुनियोजित थे। कुल नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसमें यह ध्यान रखा गया कि पाकिस्तान का कोई सैन्य ठिकाना इसकी जद में न आए। भारत ने इस मामले में संयम बरता और सिर्फ आतंकी ढांचों को निशाना बनाया। ऑपरेशन सिंदूर एक संयुक्त ऑपरेशन था। इसमें वायुसेना, थलसेना और नौसेना की लक्ष्य को सटीक तरीके से भेदने वाली हथियार प्रणालियों यानी प्रीसिशन स्ट्राइक वेपन्स का इस्तेमाल किया गया। हमले में लॉयटरिंग म्यूनिशंस यानी घातक ड्रोन शामिल थे। हमले को भारतीय सरजमीं से ही अंजाम दिया गया। इसका खुलासा थलसेना के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पब्लिक इन्फॉर्मेशन यानी एडीजीपी के एक्स हैंडल के जरिए हुआ। इस हैंडल के जरिए सेना ने पहले रात 1ः28 बजे 64 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया, जिस पर लिखा था- ‘प्रहाराय सन्निहिताः, जयाय प्रशिक्षिताः’। यानी हमले को तैयार और जीत के लिए प्रशिक्षित। इसके बाद रात 1ः51 बजे दूसरा पोस्ट जारी हुआ, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर की तस्वीर के साथ लिखा था- इंसाफ पूरा हुआ, जय हिंद। भारत ने बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, भीमबेर, कोटली और मुजफ्रफराबाद में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया। सूत्रें के हवाले से यह जानकारी दी गई कि भारत की मिसाइलें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने, मुजफ्रफराबाद के सेंट्रल ग्रिड सिस्टम और मुरीदके में हाफिज सईद के ठिकाने पर गिरीं। जैश-ए-मोहम्मद का सरगना वही मसूद अजहर है, जिसे 1999 में आईसी -814 कंधार विमान अपहरण मामले के बाद रिहा करना पड़ा था। मसूद अजहर के पाकिस्तान लौटने के बाद बहावलपुर आतंकियों को प्रशिक्षण देने का बड़ा ठिकाना बन गया। जैश-ए- मोहम्मद संसद पर 2001 में हुए हमले, 2016 में पठानकोट हमले और 2019 में पुलवामा हमले में शामिल रहा है। वहीं, हाफिज सईद लश्कर-ए- तैयबा का सरगना है, जो 26/11 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है। मुरीदके में ही लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय है। यह आतंकी संगठन 1990 से मुरीदके से ही ऑपरेट करता है। भारत ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के सरगनाओं को निशाना बनाने के लिए ही इन जगहों को चुना। हमले में अब तक 90 लोगों के मारे जाने की जानकारी सामने आयी है। यह हमला आतंकवादियों के ठिकानों को खत्म करने के लिए किया गया, जिनकी गतिविधियों का पाकिस्तान से जुड़ा हुआ था। आतंकवादियों के हेडक्वार्टर भारत की स्ट्राइक में बुरी तरह तबाह हुए हैं। मुजफ्फराबाद में भी भारतीय हमले के बाद बड़ी तबाही देखी गई, जहां आतंक की मस्जिद को नुकसान हुआ है। इस मस्जिद का उपयोग आतंकवादियों द्वारा बैठकें आयोजित करने के लिए किया जाता था। भारत की कार्रवाई के बाद सबसे पहले पाकिस्तान के इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस के डायरेक्टर जनरल अहमद शरीफ चौधरी का बयान आया। इस बयान में चौधरी ने स्वीकार किया कि भारत की एयर स्ट्राइक बहावलपुर के अहमद ईस्ट एरिया में सुभानउल्लाह मस्जिद, कोटली और मुजफ्फराबाद में हुई है। उन्होंने यह भड़काऊ बयान भी दिया कि हम जवाब देंगे। बाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की तरफ से भी बयान आया, जिसमें उन्होंने कबूल किया कि पाकिस्तान में पांच जगहों पर हमला किया गया है। वहीं, पाकिस्तान मीडिया में आ रही खबरों में वहां के लोगों ने ही स्वीकार किया कि मिसाइल स्ट्राइक में मसूद अजहर का मदरसा तबाह हो चुका है।
मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक में आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के मुिखया मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए हैं। जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने खुद इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं। इस हमले के बाद दुखी मसूद अजहर ने कहा कि अच्छा होता कि इस हमले में मै भी मारा जाता। एक बयान में कहा गया है मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन के साथ मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है और मुफ्रती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां, बाजी सादिया के पति समेत सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे घायल हुए हैं। आपको बता दें कि देर रात भारतीय सशस्त्र बलों ने नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ पंजाब का वहावलपुर भी शामिल है।